IQNA

स्वर्गीय धुनें

फिल्म | मुस्तफा इस्माइल द्वारा सूरा हाक़्क़ा से एक अविस्मरणीय पाठ 

IQNA-पैगंबर मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने फरमाया: "जो कोई कुरआन सुनता है, अल्लाह उसे हर अक्षर के बदले एक नेकी लिख देता है, और वह उन लोगों के साथ उठाया जाएगा जो कुरआन पढ़ते हैं (और स्वर्ग के ऊँचे स्तरों पर चढ़ते हैं)।" अल्लाह के पवित्र कलाम की मधुर धुनों को ध्यान से सुनना एक इबादत है जो श्रोता को रब की रहमत का हकदार बनाती है।

ईकना (IQNA) ने "स्वर्गीय धुनें" नामक एक संग्रह तैयार किया है, जिसमें दुनिया भर के प्रसिद्ध क़ारियों के अविस्मरणीय कुरआन पाठ शामिल हैं। नीचे आप मिस्र के मशहूर क़ारी मुस्तफा इस्माइल द्वारा सूरा हाक़्क़ा की एक मनमोहक तिलावत सुन सकते हैं। 

सूरा अल-हाक़्क़ा (69:23-24) 

"उसके फल तो झुके हुए होंगे।" 

"खाओ और पियो आराम से, उन कर्मों के बदले जो तुमने पिछले दिनों में किए हैं।" 

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यह एक सुंदर तिलावत है जो हृदय को शांति और आध्यात्मिक आनंद से भर देती है। कुरआन की यह आयतें स्वर्ग की अनुकंपाओं का वर्णन करती हैं, जहाँ ईमानवाले अपने अच्छे कर्मों का फल आनंदपूर्वक प्राप्त करेंगे।

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